Best Old Age Home NGO in Lucknow | SS Sansthan NGO
SS Sansthan NGO is the Best Old Age Home NGO in Lucknow, providing a safe and caring environment for senior citizens. Our NGO offers quality healthcare, nutritious meals, and emotional support to ensure the well-being of elderly individuals. We are dedicated to improving the lives of the elderly with love and dignity. If you are looking for a trusted old age home in Lucknow, SS Sansthan NGO is your best choice.जब उम्र के अंतिम पड़ाव पर अपनों का साथ छूट जाता है, तब ज़रूरत होती है एक ऐसे आश्रय की, जहाँ बुज़ुर्गों को न केवल छत मिले, बल्कि अपनापन भी महसूस हो। एस.एस. संस्थान एनजीओ, में संचालित वृद्धाश्रमों के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को एक गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर प्रदान करता है।
हमारे आश्रम में उपलब्ध सुविधाएँ:
✅ 24×7 चिकित्सकीय देखभाल और नियमित स्वास्थ्य जांच
✅ पौष्टिक और घर जैसा ताजा भोजन
✅ मानसिक और भावनात्मक सहयोग हेतु परामर्श सेवाएं
✅ योग, प्रार्थना, भजन व सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से सक्रिय जीवन
✅ स्वच्छ, शांतिपूर्ण और पारिवारिक माहौल
हमारा लक्ष्य सिर्फ देखभाल करना नहीं, बल्कि हर बुज़ुर्ग को यह एहसास कराना है कि उनका जीवन आज भी उतना ही मूल्यवान है।
सुरक्षित, स्नेहमय और सम्मानजनक स्थान एस.एस. संस्थान एनजीओ



























SS Sansthan NGO 1st Rank Second Time in a Row
In The Survey Done By State Government Of Uttar Pradesh Our SS Sansthan NGO Best Old Age Home Lucknow Center Is Ranked as Best Old Age Home in UP
हमें यह बताते हुए अत्यंत गर्व और प्रसन्नता हो रही है कि SS Sansthan NGO ने सामाजिक कार्यों में अपनी उत्कृष्टता को बरकरार रखते हुए लगातार दूसरे वर्ष देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
यह सम्मान न केवल हमारी समर्पित टीम के अथक प्रयासों का फल है, बल्कि समाज के प्रति हमारी निस्वार्थ सेवा भावना और पारदर्शिता का प्रमाण भी है।
अपने वो नहीं होते, जो सिर्फ तस्वीरों में साथ खड़े होते हैं, बल्कि अपने वो होते है जो तकलीफों में साथ खड़े होते हैं।
जो लोग अपने कर्मों से संसार में कोई परिवर्तन नहीं लाते, वे जीवन के वास्तविक उद्देश्य को नहीं समझ पाते। इस दुनिया में हर व्यक्ति का एक उद्देश्य है, और जब आप उस उद्देश्य के लिए काम करते हैं, तो आप न केवल अपनी जिंदगी बदलते हैं, बल्कि दूसरों की जिंदगी में भी एक नई रोशनी लाते हैं !
(सार्वजनिक शिक्षोंनयन संस्थान वृद्धआश्रम )
Lucknow Best Old Age Home NGO
Looking for the Lucknow best old age home ngo that cares for the elderly? SS Sansthan NGO organizations in the city provide shelter, medical aid, and emotional support to senior citizens. Our NGOs ensure a dignified life for the elderly by offering food, healthcare, and companionship. Whether you want to volunteer, donate, or seek assistance for a loved one, we are dedicated to serving with compassion.
बुज़ुर्गों की सेवा हेतु सबसे समर्पित संस्था – एस.एस. संस्थान एनजीओ
एस.एस. संस्थान एनजीओ बुज़ुर्गों के लिए आश्रय, चिकित्सकीय सहायता और भावनात्मक सहारा प्रदान करता है, जिससे वे अपना शेष जीवन गरिमा और स्नेह के साथ व्यतीत कर सकें।
हमारे द्वारा दी जाने वाली प्रमुख सेवाएँ:
🩺 नियमित चिकित्सा सुविधाएं व आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
🍲 पौष्टिक भोजन जो उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार तैयार किया जाता है
🤝 एकाकीपन से मुक्त वातावरण — जहाँ हर बुज़ुर्ग को मिलती है संगति, समझ और सहारा
🧘♀️ योग, ध्यान, पूजा और दैनिक गतिविधियाँ — शारीरिक व मानसिक संतुलन के लिए
चाहे आप सेवा कार्य करना चाहें, दान देना चाहें, या अपने किसी प्रिय बुज़ुर्ग के लिए एक सुरक्षित स्थान की तलाश में हों —
एस.एस. संस्थान एनजीओ पूरी निष्ठा और करुणा से सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। साथ चलें… एक ऐसा समाज बनाने के लिए जहाँ बुज़ुर्गों को सम्मान, अपनापन और गरिमा मिले |
SS Sansthan NGO OLD Age Home Branches
SS Sansthan NGO operates multiple Best old age ngo homes across Uttar Pradesh, including branches in Lucknow, Hardoi, Sitapur, Jhansi, Kanpur Nagar, and Vrindavan-Mathura. These homes provide elderly care with essential services like medical aid, nutritious meals, and emotional support, ensuring a dignified and comfortable life for senior citizens.
एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम – लखनऊ (Sarojini Nagar)
जहाँ बुज़ुर्गों को मिलती है सुरक्षा, सेवा और सम्मान
लखनऊ के सरोजिनी नगर स्थित एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम में बुज़ुर्गों को एक ऐसा वातावरण दिया जाता है जहाँ वे जीवन की संध्या में अपनापन और गरिमा का अनुभव करते हैं।
यहाँ अनुभवी स्टाफ की देखरेख में 24×7 चिकित्सकीय सुविधा, साफ-सुथरा आवास, ताजे भोजन और मनोवैज्ञानिक सहारा उपलब्ध है।
एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम – हरदोई (Allipur)
जहाँ हर सुबह होती है सेवा और स्नेह से शुरू
हरदोई जिले के अलीपुर में स्थित वृद्धाश्रम ग्रामीण क्षेत्र के जरूरतमंद बुज़ुर्गों के लिए संजीवनी समान है।
यहाँ नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच, सामूहिक ध्यान, योग, और पोषण युक्त भोजन की व्यवस्था होती है, जिससे बुज़ुर्गों को संपूर्ण देखभाल मिल सके।
🙏 ग्रामीण क्षेत्र में भी बुज़ुर्गों को वही सेवा और सम्मान देना ही हमारा ध्येय है।
एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम – सीतापुर (Naimisharanya)
हरियाली, शांति और सेवा का संगम
नैमिष क्षेत्र की प्राकृतिक शांति के बीच स्थित यह वृद्धाश्रम वृद्धजनों के लिए एक शुद्ध और शांतिपूर्ण आश्रय प्रदान करता है।
यहाँ न केवल शारीरिक देखभाल होती है, बल्कि उनका मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास भी किया जाता है।
🌿 प्रकृति की गोद में, सच्चे सेवा भाव के साथ बुज़ुर्गों का जीवन सुखमय बनाना ही हमारा उद्देश्य है।
एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम – झांसी (Siddheshwar Nagar ITI)
बुज़ुर्गों का सम्मान, हमारी प्राथमिकता
झांसी स्थित यह आश्रय, एस.एस. संस्थान के सबसे सक्रिय वृद्धाश्रमों में से एक है जहाँ समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर, भजन संध्या, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामूहिक भोज आयोजित किए जाते हैं।
यहाँ हर वृद्ध को उसकी आवश्यकता अनुसार सुविधा, स्नेह और सुरक्षा प्रदान की जाती है।
🕊️ हमारा प्रयास है कि बुज़ुर्गों का हर दिन शांति और प्रेम से भरपूर हो।
एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम – कानपुर नगर
सेवा ही सच्चा धर्म है
कानपुर में स्थित यह आश्रय उन बुज़ुर्गों के लिए है जो जीवन के अंतिम पड़ाव में अकेले हैं। संस्थान उन्हें न केवल आश्रय, बल्कि नया परिवार, सम्मान और हर संभव देखभाल प्रदान करता है।
यहाँ चिकित्सा, भोजन, सामाजिक सहभागिता और भक्ति गतिविधियाँ निरंतर चलती रहती हैं।
🤝 यदि आप किसी बुज़ुर्ग के लिए सम्मानजनक जीवन की तलाश में हैं — तो यह संस्थान एक आदर्श स्थान है।
एस.एस. संस्थान एनजीओ वृद्धाश्रम – वृंदावन, मथुरा (Krishna Kutir Ashray Sadan)
जहाँ सेवा और भक्ति मिलकर रचते हैं जीवन का अध्यात्मिक संगम
कृष्णधाम वृंदावन में स्थित यह महिला आश्रय सदन, विशेष रूप से वृद्ध माताओं के लिए बनाया गया है। यहाँ सेवा, स्नेह और आध्यात्मिक वातावरण का सुंदर संगम देखने को मिलता है।
दैनिक कीर्तन, भजन, कथा, साथ ही अच्छा भोजन व स्वास्थ्य देखभाल — सब कुछ एक परिवार जैसा अनुभव कराता है।
🌸 वृंदावन की पावन भूमि पर माता तुल्य महिलाओं के लिए यह आश्रय एक आध्यात्मिक सौगात है।







SS Sansthan NGO, Lucknow का गौरव
विगत दिवस आयोजित विशेष कार्यक्रम में माननीय मंत्री श्री आशिम अरुण जी एवं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक जी भी मंच पर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर एस.एस.एस. संस्थान, लखनऊ के वृद्धाश्रम से वरिष्ठजन
श्री विश्वनाथ मेहरा जी, श्री के.के. सिंह जी, श्री अरविंद अरोड़ा जी, श्रीमती जनक दुलारी जी, श्रीमती इंद्रा निगम जी एवं सुश्री कविता भट्टाचार्य जी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
संस्थान के वरिष्ठ सदस्य श्री विश्वनाथ मेहरा जी को विशेष सम्मान प्राप्त हुआ, जब वे प्रथम सत्र के संवाद में माननीय मंत्रीगण के साथ मंच साझा कर संवाद में सम्मिलित हुए।
यह क्षण न केवल उनके लिए गौरव का विषय था बल्कि संपूर्ण संस्थान परिवार के लिए भी प्रेरणा दायक रहा।
अंतराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस
भागीदारी भवन में अंतराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वृद्धाश्रम सरोजनी नगर लखनऊ के वृद्धजनों ने भाग लिया
इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष श्रीमती स्नेहिल पाण्डेय जी और आश्रम प्रबंधकऔर अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। इस गरिमामयी अवसर पर मुख्य व्यवस्थापक एवं वरिष्ठ सम्बन्ध प्रबन्धक श्री के. वी. बाजपेई जी तथा माननीय विधायक श्री राजेश्वर सिंह जी भी उपस्थित रहे और सभी को अपने प्रेरणादायी संदेश एवं शुभकामनाएँ दीं। वृद्धजन हमारे समाज की सच्ची धरोहर हैं, जिनका अनुभव और आशीर्वाद हम सबके जीवन को समृद्ध बनाता है।
सेवा और स्नेह का संगम
वृद्धाश्रम सरोजिनी नगर, लखनऊ में संस्था प्रबंधक डॉ० सुशील चन्द्र त्रिवेदी “मधुपेश” जी एवं डॉ० एस. एन. गुप्ता (स्वांस रोग विशेषज्ञ, संजीवनी हॉस्पिटल) ने बुज़ुर्गजनों से आत्मीय संवाद किया, उनका हाल-चाल जाना और उन्हें फल वितरित किए। यह पहल केवल सहयोग नहीं, बल्कि बुज़ुर्गों के प्रति सम्मान, स्नेह और संवेदना का जीवंत उदाहरण है। वृद्धजन हमारे अनुभव और आशीर्वाद की धरोहर हैं – उनका सम्मान ही हमारी संस्कृति की सच्ची पहचान है।
भक्ति और ममता से सजे उपहार - वृंदावन
सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान वृद्धाश्रम द्वारा संचालित कृष्ण कुटीर महिला आश्रय सेवा सदन, वृन्दावन (मथुरा) में माताएं अपने प्रेम और भक्ति से कान्हा जी की पोशाक, टोपियाँ, लिफाफे और उपहार तैयार करती हैं।
उनके हाथों से निकली हर कृति में आस्था, ममता और आशीर्वाद समाया रहता है, जो हर दर्शनार्थी के हृदय को छू लेता है।
श्रीमद्भागवत कथा - वृंदावन
सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव वृंदावन में अपार भक्ति और आस्था के साथ संपन्न हुआ। आचार्य श्री ज्ञानेश गौड़ जी महाराज के दिव्य वचनों ने समस्त वातावरण को भक्ति, ज्ञान और आनंद से सराबोर कर दिया। हर दिन कथा के अलग-अलग प्रसंगों ने भक्तों के जीवन को नई दिशा और आध्यात्मिक प्रेरणा दी।
माताओं व श्रद्धालुओं ने भावपूर्वक कथा श्रवण कर प्रभु की कृपा को अनुभव किया और अंत में महाप्रसाद पाकर स्वयं को धन्य महसूस किया।
🙏 सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान
🌿 संस्थापक/प्रबंधक – डॉ. सुशील चंद्र त्रिवेदी ‘मधुपेश’ जी
🌿 मुख्य यजमान – डॉ. शीर्षेन्दु शील त्रिवेदी ‘विपिन’ जी
🌿 अध्यक्ष – श्रीमती स्नेहिल पाण्डेय जी
✨ यह सात दिवसीय कथा महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने और समाज को भक्ति-पथ पर अग्रसर करने का पावन अवसर सिद्ध हुआ।
खाटू श्याम जी की कृपा बरसती है, वहां हरियाली भी खुद मुस्कुराने लगती है.










अपराजिता - सौजन्य से आकाशवाणी लखनऊ













79वां स्वतंत्रता दिवस महोत्सव
SS Sansthan NGO की सभी संस्थाओं में 15 अगस्त का पर्व बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
✨ तिरंगा फहराया गया, देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने माहौल को देशभक्ति से सराबोर कर दिया।
🙏 सभी उपस्थित जनों ने एक स्वर में राष्ट्र की एकता, अखंडता और समर्पण की शपथ ली।
🌿 जय हिन्द – वंदे मातरम् 🌿
श्रीमद्भागवत कथा – द्वितीय दिवस
🙏 श्रीकृष्ण की अमृतमयी लीलाओं का दिव्य प्रसंग
आज कथा का द्वितीय दिवस एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव बनकर उभरा। जैसे ही पूज्या देवी महेश्वरी ‘श्रीजी’ के श्रीमुख से श्रीकृष्ण की बाललीलाएं, गोचारण और रासलीला का रसवर्णन आरंभ हुआ, समस्त भक्तजन उस अमृतमय कथा में डूबते चले गए।
💫 प्रत्येक प्रसंग ने हृदय की वीणा के तारों को झंकृत कर दिया। वातावरण में राधे-श्याम के मधुर भावों की अनुगूंज गूंजने लगी।
🌼 एक अविस्मरणीय दृश्य:
भक्ति की इस रसधारा में केवल युवा ही नहीं, बल्कि वृद्ध श्रद्धालु भी भावविभोर हो उठे। जैसे ही पूज्या श्रीजी ने श्रीकृष्ण की रासलीला का मधुर वर्णन किया, कथा स्थल पर ऐसी आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ कि कई श्रद्धालु स्वयं को थिरकने से न रोक सके।
श्वेतकेशी वृद्ध भी, जैसे बाल भाव में लौट आए हों — लाठियाँ एक ओर रख, नृत्य में रमे श्रीकृष्ण के बालसखा बन गए।
यह कोई साधारण दृश्य नहीं था, यह तो भक्ति का वह क्षण था जब देह भूलकर आत्मा नृत्य करती है।
हर चेहरा प्रभु प्रेम से खिला था, हर नयन श्रीकृष्ण में लीन था।🙏 श्रीमद्भागवत की यह कथा केवल श्रवण नहीं, आत्मा का स्नान है — एक ऐसी अमृतधारा, जो हमें प्रभु के परम सान्निध्य से जोड़ती है। 💫 आइए, आगामी दिवसों में भी हम इसी भक्ति भाव से कथा रूपी अमृत का पान करते रहें।
राधे राधे! जय श्रीकृष्ण! 🌸
श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ
🙏 जय हो श्रीकृष्ण! जय हो धर्म की विजय!
भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं से युक्त श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा का परम पावन अवसर हम सभी को प्राप्त हो रहा है। यह केवल एक कथा नहीं, बल्कि आत्मा को परमात्मा से जोड़ने वाली वह अमृतधारा है, जो जीवन को शांत, सुंदर और सार्थक बना देती है। इस दिव्य अनुष्ठान में हमें सौभाग्य प्राप्त हो रहा है पूज्य देवी महेश्वरी ‘श्रीजी’ के श्रीमुख से कथा श्रवण का। उनके वचनों से झरता हर शब्द श्रद्धा, प्रेम और भक्ति की गहराइयों में डुबो देने वाला है।
श्रीमद्भागवत केवल पुराण नहीं, यह वह जीवंत संवाद है जिसमें भगवान स्वयं अपनी भक्ति के माध्यम से प्रकट होते हैं। यह हमें धर्म, प्रेम, करुणा, त्याग और परम सत्य की ओर अग्रसर करता है।
🌼 आइए, परिवार सहित इस आत्मिक यात्रा का हिस्सा बनें,
🌿 मन, वचन और कर्म से भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में स्वयं को समर्पित करें,
🕉️ और उनके नाम-स्मरण से जीवन को धन्य करें।
📿 कथा श्रवण करें, मन में श्रीहरि बसाएं, और अपने हृदय को श्रीकृष्ण प्रेम से भर लें।
राष्ट्रीय पुस्तक प्रोत्साहन परिषद की पहली बैठक सम्पन्न
नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025 –
नवगठित राष्ट्रीय पुस्तक प्रोत्साहन परिषद (National Book Promotion Council) की प्रथम बैठक डॉ. अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने की। बैठक में राष्ट्रीय पुस्तक प्रोत्साहन नीति (National Book Promotion Policy) के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रमुख सिफारिशों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस नीति का उद्देश्य देशभर में पठन-पाठन की संस्कृति को बढ़ावा देना, पुस्तकों तक सुलभ पहुँच, और गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित करना है। बैठक में शिक्षा, साहित्य, प्रकाशन व पुस्तक वितरण क्षेत्र से जुड़े कई विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने इस बात पर बल दिया कि भारत में ज्ञान-संपन्न और पठनशील समाज के निर्माण के लिए पुस्तकों का अधिकतम प्रचार-प्रसार समय की मांग है।
माननीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान जी ने कहा, – “पुस्तकें केवल ज्ञान का स्रोत नहीं, बल्कि समाज के बौद्धिक उत्थान की धुरी हैं। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हर नागरिक, विशेषकर युवा पीढ़ी, पढ़ने की आदत को अपनाए और ज्ञान-संपन्न बने।” यह बैठक देश में साहित्यिक जागरूकता, शैक्षणिक नवाचार, और विविध भाषाओं में पुस्तक सुलभता की दिशा में एक सार्थक पहल रही|
SSS NGO – आकाशवाणी लखनऊ का कार्यक्रम "अक्षयवट"
दिनांक 27 जुलाई 2025 को, SS Sansthan NGO के सभी वृद्ध आश्रम में आकाशवाणी लखनऊ का कार्यक्रम “अक्षयवट” सभी वृद्धजनों ने ध्यानपूर्वक सुना। संस्था के मुखिया डॉ. सुशील चंद्र त्रिवेदी ‘मधुपेश’ जी (समाजसेवी) द्वारा “एकाकी जीवन एवं बुजुर्गों की मानसिक स्थिति” पर साझा विचार सभी के मन को छू गए। 📻 कार्यक्रम ने बुजुर्गों के मनोबल को सशक्त किया और आत्मीयता से भर दिया। “एकाकी जीवन और बुजुर्गों की मानसिक स्थिति” विषय पर आधारित यह साक्षात्कार, आकाशवाणी लखनऊ के ‘अक्षयवट’ कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत प्रसारित हुवा, जो समाज को जागरूक करने हेतु विशिष्टजनों के विचारों को जन-जन तक पहुँचाता है।
डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी 'मधुपेश' जी न- एन.बी.टी. पुस्तक महोत्सव
भारतीय साहित्य जगत के सम्मानित एवं प्रेरणादायी व्यक्तित्व डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी “मधुपेश” जी ने हाल ही में एन.बी.टी. पुस्तक महोत्सव के अंतर्गत पुस्तक स्टॉल का अवलोकन करते हुए साहित्य और संस्कृति के प्रति अपनी गहरी निष्ठा और समर्पण को प्रदर्शित किया। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के अध्यक्ष और एस.एस. संस्थान (NGO) के संस्थापक एवं प्रबंधक के रूप में, वे साहित्यिक गतिविधियों के संवर्धन, शिक्षा के प्रसार और सामाजिक उत्थान के लिए निरंतर सक्रिय हैं। उनके प्रयास नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और साहित्य से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी “मधुपेश” जी और पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी
भारतीय साहित्य और संस्कृति के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी “मधुपेश” जी ने हाल ही में प्रसिद्ध लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर डॉ. मधुपेश जी ने लोकसंगीत और भारतीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी के अद्वितीय योगदान की सराहना की और उनके कार्य को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बताया।
डॉ. मधुपेश जी का यह प्रयास साहित्य, कला और संस्कृति के संवर्धन की दिशा में उनके समर्पण और सक्रिय भूमिका को उजागर करता है।
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा सम्मान
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा अपने बोर्ड सदस्य डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी “मधुपेश” जी को उनके साहित्यिक योगदान और समाज सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
इस सम्मान के माध्यम से डॉ. मधुपेश जी के साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में निरंतर समर्पण को सराहा गया, जो युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है।
नेशनल हाईवे एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट कॉर्पोरेशन लि०(NHIDCL)
नेशनल हाईवे एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट कॉर्पोरेशन लि०(NHIDCL) द्वारा वित्तपोषित 8 मार्च 2025 अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सार्वजनिक शिक्षोंनयन संस्थान द्वारा आयोजित सिकल सेल बीमारी की जांच रोक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ
Your Small Efforts Can Create Big Changes
Let them give the care they deserve.
How Does We Care Our Seniors
Testimonials
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“This NGO is actively engaged in performing extraordinary acts of kindness and service within our city!”

ajay
Kanpur Dehat
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“SS Sansthan NGO is dedicated to offering unparalleled assistance and support to the elderly people

Sandeep
Lucknow
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“They are undertaking truly commendable efforts for the betterment of humanity.”

Sumit
Agra